Article

कांग्रेस घोषणापत्र से हिल गये हैं मोदी, सामाजिक न्याय मेरे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं, जीवन का मिशन है- राहुल गाँधी

 25 Apr 2024

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि  कांग्रेस के क्रांतिकारी घोषणा पत्र से प्रधानमंत्री मोदी घबरा गये हैं। कांग्रेस का घोषणा पत्र इतना क्रांतिकारी है कि प्रधानमंत्री को इसका जिक्र बार बार करना पड़ता है। बुधवार को दिल्ली के जवाहर भवन में आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन के दौरान राहुल ने कहा, 'हमने जाति जनगणना के लिए अपने घोषणा पत्र में जिक्र किया है लेकिन बीजेपी दलित और ओबीसी का इतिहास ख़त्म करना चाहती है। जाति जनगणना करने से कोई शक्ति हमें नहीं रोक सकती।' राहुल ने कहा कि सामाजिक न्याय उनके लिए राजनीतिक मुद्दा नहिं, जीवन का मिशन है।




 जाति जनगणना से क्यों घबरा रहे प्रधानमंत्री 


राहुल ने कहा, " प्रधानमंत्री मोदी 10 साल से देश से कह रहे हैं कि वे ओबीसी हैं। लेकिन जैसे ही मैंने जाति जनगणना की बात की तो मोदी बोलने लगे कि देश में सिर्फ दो जाति हैं, एक अमीर और दूसरी गरीब। अगर हम गरीबों की लिस्ट निकालेंगे तो उसमें आपको दलित, आदिवासी और ओबीसी मिल जायेंगे, लेकिन अमीरों की लिस्ट में इन तीन समुदाय का कोई  नहीं मिलेगा।"  राहुल ने कहा कि देश को सुपर पावर बनना हो तो 90 प्रतिशत लोग,  जिनमे ओबीसी, आदिवासी और दलित भी शामिल हैं,  उनकी शक्ति का प्रयोग करना होगा। बीजेपी वाले अपने आपको देशभक्त कहते है, लेकिन एक्सरे यानी जनगणना से डरते है। राहुल ने कहा ,“अब मेरे लिए सामाजिक न्याय एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है ये अब मेरे जीवन का मिशन है।” 

 


सिर्फ 25 लोगों को मोदी ने दिये  16 लाख करोड़

राहुल गाँधी ने कहा कि उन्होंने देश की टॉप 200 बड़ी कंपनियों की मालिकों की लिस्ट निकाली। इन 200 कंपनियों में से 25 लोगों को नरेंद्र मोदी ने 16 लाख करोड़ रुपए दिये हैं। यह इतनी बड़ी रकम है जिससे देश के किसानों का कर्ज़ 25 बार माफ़ किया जा सकता है। अगर कांग्रेस सरकार आई तो ये पैसा लोगों को दिया जाएगा। इन 200 कंपनियों में से एक में भी आदिवासी, दलित ओबीसी नहीं है। उन्होने कहा,  " जो मीडिया वाले मुझे नॉन सीरियस कहते आये हैं, उनकी कंपनियों के सीईओ और एंकरों की मैंने लिस्ट देखी है। 90 फीसदी आबादी वहाँ नहीं है।  मीडिया कंपनियों के सीईओ और एंकर में एक भी ओबीसी या दलित जाति का व्यक्ति नहीं है।"   राहुल ने कहा,  "मुझे जाति में कोई दिलचस्पी नहीं है मुझे न्याय में दिलचस्पी है। मैंने सिर्फ कहा था कि पता लगाना चाहिए कि लोगों के साथ कितना अन्याय हो रहा है। इसलिए मैंने जाति जनगणना कराने की बात कही थी। बस मेरा इतना कहते ही बीजेपी के लोग कहने लगे कि मैं देश को बांटने की कोशिश कर रहा हूँ।" राहुल गाँधी ने कहा कि आप ये मत सोचो की जाति जनगणना सिर्फ एक कास्ट सर्वे है, इसमें आर्थिक और औद्योगिक सर्वे भी जुड़ेंगे। जिससे सबको पता चलेगा कि किस जाति के लोगों की कितनी आमदनी है और अलग-अलग स्थानों में उनकी कितनी भागीदारी है। 


 बीजेपी एससी-एसटी और ओबीसी का इतिहास खत्म करना चाहती है

राहुल ने कहा कि भाजपा चाहती है कि एससी-एसटी और ओबीसी समुदाय के लोग अपने इतिहास को भूल जायें। फुले जी और अंबेडकर जी जैसे करोड़ों लोग थे, जिन्होंने 24 घंटे देश के लिए खून-पसीना दिया था, लेकिन कोई उनकी बात नहीं करता है। सरकार जो 45 हज़ार करोड़ फसल बीमा के लिए देती है, उसका पैसा 16 कंपनी को जाता है। किसानों पर जब कोई आर्थिक संकट आता है, तो यह कंपनियां किसानों को मुआवजा देने मना कर देती हैं।